तुम
तुम जो करीब हो ,
तुम्हे देखु,
और भुला दूँ।
अल्फ़ाज़ जमा करू,
कुछ लिखूं,
और मिटा दूँ।
यूमसे मिलूँ,
बातें करूँ,
पर इश्क़ नहीं।
तुम्हें छू लूँ ,
की तुम हो,
पर हो नहीं।
तुम ख़ुशी हो ,
एहसास हो ,
तुम्हे महसूस करूँ ,
तुम जो करीब हो ,
तुम्हे देखूं ,
और भुला दूँ।
Waah.. waah…waahhh..waaah